Best Tourist Places in Haridwar, Famous Places in Haridwar
Haridwar is a holy city located in the Indian state of Uttarakhand. It is situated on the banks of the river Ganges and is considered one of the seven holiest places in Hinduism. The city is known for its temples, ashrams, and Ghats, and is a popular destination for pilgrims. (हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित एक पवित्र शहर है। यह गंगा नदी के तट पर स्थित है और इसे हिंदू धर्म के सात सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। यह शहर अपने मंदिरों, आश्रमों और घाटों के लिए जाना जाता है, और तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है।)
Haridwar is home to many famous temples, including Har Ki Pauri, Chandi Devi Temple, Mansa Devi Temple, and Maya Devi Temple. These temples attract thousands of devotees every year who come to seek blessings and offer prayers. (हरिद्वार कई प्रसिद्ध मंदिरों का घर है, जिनमें हर की पौड़ी, चंडी देवी मंदिर, मनसा देवी मंदिर और माया देवी मंदिर शामिल हैं। ये मंदिर हर साल हजारों भक्तों को आकर्षित करते हैं जो आशीर्वाद लेने और प्रार्थना करने आते हैं।)
Apart from its religious significance, Haridwar is also known for its natural beauty. The city is surrounded by hills and is a gateway to several popular trekking trails, including the Chopta-Tungnath trek and the Valley of Flowers trek. (हरिद्वार अपने धार्मिक महत्व के अलावा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है। शहर पहाड़ियों से घिरा हुआ है और चोपता-तुंगनाथ ट्रेक और फूलों की घाटी सहित कई लोकप्रिय ट्रेकिंग ट्रेल्स का प्रवेश द्वार है।)
Haridwar is also famous for its Ganga Aarti, a daily ritual performed at Har Ki Pauri Ghat. It is a beautiful ceremony where devotees light lamps and offer prayers to the river Ganges. (हरिद्वार अपनी गंगा आरती के लिए भी प्रसिद्ध है, हर की पौड़ी घाट पर एक दैनिक अनुष्ठान किया जाता है। यह एक सुंदर समारोह है जहां भक्त दीपक जलाते हैं और गंगा नदी में पूजा करते हैं।)
Best Tourist Places To Visit In Haridwar: Here are some of the best tourist places, best tourist destinations to visit in Haridwar:
Har Ki Pauri (हर की पौड़ी)
Har Ki Pauri is a famous Ghat located in the holy city of Haridwar. It is one of the most important places to visit in Haridwar and is considered a sacred site by Hindus. (हर की पौड़ी पवित्र शहर हरिद्वार में स्थित एक प्रसिद्ध घाट है। यह हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है और इसे हिंदुओं द्वारा एक पवित्र स्थल माना जाता है।)
The term “Har Ki Pauri” literally means “the steps of Lord Vishnu.” According to Hindu mythology, it is believed that Lord Vishnu visited this place during the Vedic era and left his footprint on a stone, which can still be seen at the site today. (“हर की पौड़ी” शब्द का शाब्दिक अर्थ है “भगवान विष्णु के पैर” हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान विष्णु ने वैदिक युग के दौरान इस स्थान का दौरा किया था और एक पत्थर पर अपने पदचिन्ह छोड़े थे, जिसे आज भी इस स्थल पर देखा जा सकता है।)
Har Ki Pauri is located on the banks of the river Ganges and is a popular destination for pilgrims who come to take a dip in the holy river. The Ghat is also famous for its Ganga Aarti, a daily ritual performed at sunset. During the Ganga Aarti, devotees light lamps and offer prayers to the river Ganges. (हर की पौड़ी गंगा नदी के तट पर स्थित है और पवित्र नदी में डुबकी लगाने के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। घाट अपनी गंगा आरती के लिए भी प्रसिद्ध है, जो सूर्यास्त के समय की जाने वाली एक दैनिक रस्म है। गंगा आरती के दौरान, भक्त दीपक जलाते हैं और गंगा नदी को प्रार्थना करते हैं।)
Har Ki Pauri is also the starting point for the Char Dham Yatra, a pilgrimage to the four holy shrines of Yamunotri, Gangotri, Kedarnath, and Badrinath. It is a must-visit destination for anyone visiting Haridwar and is a truly unforgettable experience. (हर की पौड़ी चार धाम यात्रा के लिए शुरुआती बिंदु भी है, यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के चार पवित्र मंदिरों की तीर्थ यात्रा। हरिद्वार आने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए यह अवश्य ही घूमने योग्य स्थान है और वास्तव में अविस्मरणीय अनुभव है।)
Shri Mata Mansa Devi Mandir (श्री माता मनसा देवी मंदिर)
Mansa Devi Temple is a famous Hindu temple located in the holy city of Haridwar. It is one of the most important places to visit in Haridwar and is dedicated to Goddess Mansa Devi, who is believed to fulfill the wishes of her devotees. (मनसा देवी मंदिर हरिद्वार के पवित्र शहर में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह हरिद्वार में यात्रा करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है और देवी मनसा देवी को समर्पित है, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती हैं।)
The temple is located on the top of Bilwa Parvat hill and can be reached by a cable car ride from the base of the hill. The cable car ride is a popular attraction for tourists and offers stunning views of the city and the surrounding hills. (मंदिर बिलवा पर्वत पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और पहाड़ी के आधार से केबल कार की सवारी द्वारा पहुँचा जा सकता है। केबल कार की सवारी पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय आकर्षण है और शहर और आसपास की पहाड़ियों के आश्चर्यजनक दृश्य प्रस्तुत करती है।)
The temple has two main shrines dedicated to Goddess Mansa Devi and Goddess Chandrakanta, who is believed to be an incarnation of Goddess Parvati. The temple is decorated with intricate carvings and paintings depicting scenes from Hindu mythology. (मंदिर में देवी मनसा देवी और देवी चंद्रकांता को समर्पित दो मुख्य मंदिर हैं, जिन्हें देवी पार्वती का अवतार माना जाता है। मंदिर को हिंदू पौराणिक कथाओं के दृश्यों को चित्रित करने वाली जटिल नक्काशी और चित्रों से सजाया गया है।)
The temple is also known for its Siddhpeeth, a sacred tree where devotees tie threads to fulfill their wishes. The temple is visited by thousands of devotees every year who come to seek blessings and offer prayers to the Goddess. (यह मंदिर अपने सिद्धपीठ के लिए भी जाना जाता है, एक पवित्र वृक्ष जहां भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए धागा बांधते हैं। मंदिर में हर साल हजारों भक्त आते हैं जो आशीर्वाद लेने और देवी से प्रार्थना करने आते हैं।)
Overall, Mansa Devi Temple is a best popular tourist destination for anyone visiting Haridwar. It is a beautiful temple with a rich history and offers a unique spiritual experience for visitors.
Chandi Devi Temple (चंडी देवी मंदिर)
Chandi Devi Temple is a famous Hindu temple located in the holy city of Haridwar. It is situated on the top of Neel Parvat hill and can be reached by a cable car ride or by trekking up the hill. (चंडी देवी मंदिर नील पर्वत पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां केबल कार की सवारी या पहाड़ी पर ट्रेकिंग करके पहुंचा जा सकता है।)
The temple is dedicated to Goddess Chandi, who is believed to be an incarnation of Goddess Parvati. According to Hindu mythology, the temple was built in the 8th century by Adi Shankaracharya, a renowned philosopher and theologian. (मंदिर देवी चंडी को समर्पित है, जिन्हें देवी पार्वती का अवतार माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में प्रसिद्ध दार्शनिक और धर्मशास्त्री आदि शंकराचार्य ने करवाया था।)
Chandi Devi Temple is also a popular tourist destination for trekking enthusiasts. The trek to the temple is about 3 kilometers long and offers stunning views of the city and the surrounding hills. The cable car ride is also a popular attraction for tourists and offers a unique experience. (चंडी देवी मंदिर ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। मंदिर तक का ट्रेक लगभग 3 किलोमीटर लंबा है और शहर और आसपास की पहाड़ियों के आश्चर्यजनक दृश्य प्रस्तुत करता है। केबल कार की सवारी भी पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय आकर्षण है और एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है)
The temple is visited by thousands of devotees every year who come to seek blessings and offer prayers to the Goddess. It is a must-visit destination for anyone visiting Haridwar and offers a unique spiritual experience for visitors. (मंदिर में हर साल हजारों भक्त आते हैं जो आशीर्वाद लेने और देवी से प्रार्थना करने आते हैं। हरिद्वार जाने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए यह अवश्य ही घूमने योग्य स्थान है और आगंतुकों के लिए एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। मंदिर हर की पौड़ी से 4 किलोमीटर (2.5 मील) की दूरी पर स्थित है। यह हरिद्वार में स्थित ऐसे तीन पीठों में से एक है, अन्य दो माया देवी मंदिर और मनसा देवी मंदिर हैं।)
Maya Devi Temple (माया देवी मंदिर)
Maya Devi Temple is a famous Hindu temple located in the holy city of Haridwar. It is one of the oldest temples in Haridwar and is dedicated to Goddess Maya Devi, who is believed to be an incarnation of Goddess Shakti.(माया देवी मंदिर हरिद्वार के पवित्र शहर में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह हरिद्वार के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और देवी माया देवी को समर्पित है, जिन्हें देवी शक्ति का अवतार माना जाता है।)
The temple is located on the banks of the river Ganges and is a popular destination for pilgrims who come to seek blessings and offer prayers to the Goddess. According to Hindu mythology, the temple is believed to be the site where the heart and navel of Goddess Sati, the first wife of Lord Shiva, fell after her body was disintegrated by Lord Vishnu’s Sudarshan Chakra. (यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है जो आशीर्वाद लेने और देवी की प्रार्थना करने आते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर को वह स्थान माना जाता है जहां भगवान शिव की पहली पत्नी देवी सती का हृदय और नाभि भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र द्वारा उनके शरीर के विघटित होने के बाद गिरी थी।)
Overall, Maya Devi Temple is a best tourist destination for anyone interested in spirituality, culture, and history. It is a beautiful temple with a rich history and offers a unique spiritual experience for visitors.
Daksheswara Mahadev Temple (दक्षेश्वर महादेव मंदिर)
Daksheswara Mahadev Temple is a famous Hindu temple located in the holy city of Haridwar in the Indian state of Uttarakhand. It is dedicated to Lord Shiva and is believed to be one of the most ancient temples in Haridwar. (दक्षेश्वर महादेव मंदिर भारत के उत्तराखंड राज्य के पवित्र शहर हरिद्वार में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है और माना जाता है कि यह हरिद्वार के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है।)
According to Hindu mythology, the temple is believed to be the site where Lord Shiva’s anger turned his father-in-law, King Daksha, into ashes. It is also believed to be the site where Lord Vishnu cut off the head of Daksha’s horse during a yagna (sacred fire ritual).(हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर को वह स्थान माना जाता है जहां भगवान शिव के क्रोध ने उनके ससुर राजा दक्ष को भस्म कर दिया था। यह भी माना जाता है कि भगवान विष्णु ने एक यज्ञ (पवित्र अग्नि अनुष्ठान) के दौरान दक्ष के घोड़े का सिर काट दिया था।)
Daksheswara Mahadev Temple is also a popular destination for tourists interested in history and culture. The temple complex houses several ancient artifacts and sculptures, including a statue of King Daksha and a holy pond believed to have healing powers. (दक्षेश्वर महादेव मंदिर भी इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। मंदिर परिसर में कई प्राचीन कलाकृतियां और मूर्तियां हैं, जिनमें राजा दक्ष की एक मूर्ति और एक पवित्र तालाब भी शामिल है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें चिकित्सा शक्तियां हैं।)
The temple is visited by thousands of devotees every year who come to seek blessings and offer prayers to Lord Shiva. It is a best tourist destination for anyone interested in spirituality, culture, and history.
Bharat Mata Mandir (भारत माता मंदिर)
Bharat Mata Mandir is a unique temple located in the holy city of Haridwar. It is dedicated to Mother India, and the temple complex represents the diverse cultures, religions, and traditions of India. (भारत माता मंदिर पवित्र शहर हरिद्वार में स्थित एक अनूठा मंदिर है। यह भारत माता को समर्पित है, और मंदिर परिसर भारत की विविध संस्कृतियों, धर्मों और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करता है।)
The temple was built in 1983 and was inaugurated by former Prime Minister of India, Smt. Indira Gandhi. The main shrine houses a huge statue of Bharat Mata (Mother India) made of marble, which stands at a height of about 6.1 meters. The statue depicts Mother India holding a tricolor flag in one hand and a book in the other, symbolizing knowledge. (मंदिर 1983 में बनाया गया था और इसका उद्घाटन भारत की पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। मुख्य मंदिर में संगमरमर से बनी भारत माता की एक विशाल मूर्ति है, जो लगभग 6.1 मीटर की ऊंचाई पर है। प्रतिमा में भारत माता को एक हाथ में तिरंगा झंडा और दूसरे हाथ में ज्ञान का प्रतीक किताब लिए हुए दिखाया गया है।)
Gangaji Ki Aarti (गंगाजी की आरती)
Bharat Mata Mandir is a best tourist destination for anyone interested in Indian culture, history, and spirituality. It is a unique temple that celebrates the diversity and unity of India and offers a unique spiritual experience for visitors.
Ganga Aarti is a beautiful and spiritual ritual that takes place every evening in the holy city of Haridwar. The ritual is performed on the banks of the river Ganges, which is considered sacred by Hindus. (गंगा आरती एक सुंदर और आध्यात्मिक अनुष्ठान है जो हर शाम पवित्र शहर हरिद्वार में होता है। अनुष्ठान गंगा नदी के तट पर किया जाता है, जिसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है।)
During the Ganga Aarti, a group of priests dressed in saffron robes perform a series of rituals and prayers to honor the river Ganges, which is considered a goddess in Hinduism. The priests hold large oil lamps and move them in a circular motion to the accompaniment of devotional songs and hymns. (गंगा आरती के दौरान, भगवा वस्त्र पहने पुजारियों का एक समूह गंगा नदी का सम्मान करने के लिए अनुष्ठानों और प्रार्थनाओं की एक श्रृंखला करता है, जिसे हिंदू धर्म में देवी माना जाता है। पुजारी बड़े तेल के दीपक रखते हैं और उन्हें भक्ति गीतों और भजनों की संगत में एक गोलाकार गति में घुमाते हैं।)
The Ganga Aarti is a beautiful and mesmerizing sight to behold, with hundreds of devotees and tourists gathering on the banks of the river to witness the ceremony. The atmosphere is filled with the fragrance of incense, the sound of devotional songs, and the gentle breeze from the river. (गंगा आरती देखने के लिए एक सुंदर और मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु और पर्यटक नदी के तट पर इस समारोह को देखने के लिए एकत्रित होते हैं। वातावरण अगरबत्ती की सुगंध, भक्ति गीतों की ध्वनि और नदी की कोमल हवा से भर जाता है।)
The Ganga Aarti is believed to cleanse the sins of those who witness it and is a deeply spiritual experience for many Hindus. It is also a popular tourist attraction in Haridwar and is a must-see for anyone visiting the city. (माना जाता है कि गंगा आरती उन लोगों के पापों को साफ करती है जो इसे देखते हैं और यह कई हिंदुओं के लिए एक गहरा आध्यात्मिक अनुभव है। यह हरिद्वार में एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है और शहर में आने वाले किसी भी व्यक्ति को इसे अवश्य देखना चाहिए।)
The Ganga Aarti takes place every evening at sunset, and visitors are advised to arrive early to secure a good viewing spot. It is a truly unique and unforgettable experience that offers a glimpse into the rich cultural and spiritual heritage of India. (गंगा आरती हर शाम सूर्यास्त के समय होती है, और आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे एक अच्छा दृश्य स्थान सुरक्षित करने के लिए जल्दी पहुंचें। यह वास्तव में एक अनूठा और अविस्मरणीय अनुभव है जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की एक झलक पेश करता है।)
Shantikunj (शांतिकुंज)
Shantikunj is a spiritual and cultural center located in the holy city of Haridwar. It was founded in 1971 by Pandit Shriram Sharma Acharya, a renowned spiritual leader and social reformer. (शांतिकुंज एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इसकी स्थापना 1971 में एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने की थी।)
Shantikunj is a unique center that offers a blend of spiritual practices, cultural activities, and social service. The center is dedicated to the promotion of Indian culture, spirituality, and holistic living. (शांतिकुंज एक अनूठा केंद्र है जो आध्यात्मिक प्रथाओं, सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक सेवा का मिश्रण प्रदान करता है। केंद्र भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और समग्र जीवन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।)
The center offers various programs and courses on yoga, meditation, spiritual practices, and self-development. It also conducts various cultural events, festivals, and workshops to promote Indian art, literature, and music. (केंद्र योग, ध्यान, आध्यात्मिक अभ्यास और आत्म-विकास पर विभिन्न कार्यक्रम और पाठ्यक्रम प्रदान करता है। यह भारतीय कला, साहित्य और संगीत को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, त्योहारों और कार्यशालाओं का भी आयोजन करता है।)
Shantikunj is also a hub of social service activities, including healthcare, education, and rural development. The center runs several hospitals, schools, and vocational training centers for the underprivileged sections of society. (शांतिकुंज स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और ग्रामीण विकास सहित सामाजिक सेवा गतिविधियों का केंद्र भी है। केंद्र समाज के वंचित वर्गों के लिए कई अस्पताल, स्कूल और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र चलाता है।)
This center is situated in a beautiful and serene location, surrounded by lush green forests and hills. The peaceful and tranquil environment of the center makes it an ideal place for spiritual seekers, yoga enthusiasts, and nature lovers. ( यह केंद्र एक सुंदर और शांत स्थान पर स्थित है, जो हरे-भरे जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। केंद्र का शांतिपूर्ण और शांत वातावरण इसे आध्यात्मिक साधकों, योग के प्रति उत्साही और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।)
Shantikunj is a best tourist destination for anyone interested in spirituality, culture, and social service. It is a unique center that offers a holistic approach to living and promotes the values of compassion, harmony, and social responsibility.
Rajaji National Park (राजाजी राष्ट्रीय उद्यान)
Rajaji National Park is a beautiful and scenic national park located in the Indian state of Uttarakhand, near the holy city of Haridwar. It was established in 1983 and covers an area of approximately 820 square kilometers. (राजाजी राष्ट्रीय उद्यान हरिद्वार के पास स्थित एक सुंदर और दर्शनीय राष्ट्रीय उद्यान है। यह 1983 में स्थापित किया गया था और लगभग 820 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।)
The national park is home to a diverse range of flora and fauna, including tigers, leopards, elephants, sloth bears, langurs, and more than 400 species of birds. The park is situated at the foothills of the Himalayas and is spread across the Shivalik range, which offers breathtaking views of the mountains and valleys. (राष्ट्रीय उद्यान बाघों, तेंदुओं, हाथियों, सुस्त भालू, लंगूरों और पक्षियों की 400 से अधिक प्रजातियों सहित वनस्पतियों और जीवों की एक विविध श्रेणी का घर है। पार्क हिमालय की तलहटी में स्थित है और शिवालिक रेंज में फैला हुआ है, जो पहाड़ों और घाटियों के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है।)
Visitors can explore the national park on foot, on elephant back, or by jeep safari. There are several well-marked trails that offer visitors the opportunity to spot wildlife, observe birds, and enjoy the scenic beauty of the park. (आगंतुक पैदल, हाथी की पीठ पर या जीप सफारी से राष्ट्रीय उद्यान का पता लगा सकते हैं। कई अच्छी तरह से चिह्नित ट्रेल्स हैं जो आगंतुकों को वन्य जीवन देखने, पक्षियों को देखने और पार्क की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने का अवसर प्रदान करते हैं।)
The national park is also a popular tourist destination for adventure sports such as river rafting, trekking, and camping. There are several camping sites within the park that offer basic facilities for visitors. (यह रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसे साहसिक खेलों के लिए भी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। पार्क के भीतर कई शिविर स्थल हैं जो आगंतुकों के लिए बुनियादी सुविधाएं प्रदान करते हैं।)
Rajaji National Park is a best tourist destination for anyone interested in wildlife, nature, and adventure sports. It is a beautiful and scenic national park that offers visitors a unique and unforgettable experience.
Neel Dhara Pakshi Vihar (नील धारा पक्षी विहार)
Neel Dhara Pakshi Vihar is a bird sanctuary located in the Indian state of Uttarakhand, near Haridwar. It is situated on the banks of the river Ganges and is spread across an area of approximately 3 square kilometers. (नील धारा पक्षी विहार भारत के उत्तराखंड राज्य में हरिद्वार के पास स्थित एक पक्षी अभयारण्य है। यह गंगा नदी के तट पर स्थित है और लगभग 3 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।)
The bird sanctuary is home to a variety of migratory and resident birds, including egrets, kingfishers, cormorants, ibis, and more. The sanctuary is a popular destination for birdwatchers, nature enthusiasts, and wildlife photographers. (पक्षी अभयारण्य विभिन्न प्रकार के प्रवासी और निवासी पक्षियों का घर है, जिनमें इग्रेट्स, किंगफिशर, कॉर्मोरेंट, आईबिस और बहुत कुछ शामिल हैं। अभयारण्य पक्षी देखने वालों, प्रकृति के प्रति उत्साही और वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है।)
Visitors can explore the bird sanctuary on foot or by boat. The sanctuary has well-maintained walking trails and observation points that offer visitors the opportunity to observe and photograph the birds in their natural habitat. (आगंतुक पैदल या नाव से पक्षी अभयारण्य का पता लगा सकते हैं। अभ्यारण्य में अच्छी तरह से चलने वाले रास्ते और अवलोकन बिंदु हैं जो आगंतुकों को पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने और उनकी तस्वीर लेने का अवसर प्रदान करते हैं।)
The best time to visit Neel Dhara Pakshi Vihar is from October to March when the migratory birds arrive in large numbers. During this time, the sanctuary is a bustling hub of activity, with birds from as far as Siberia and Europe making their way to the sanctuary. (नील धारा पक्षी विहार घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है जब प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आते हैं। इस समय के दौरान, अभयारण्य गतिविधि का एक हलचल केंद्र है, जहाँ से साइबेरिया और यूरोप के पक्षी अभयारण्य के लिए अपना रास्ता बनाते हैं।)
Neel Dhara Pakshi Vihar is a best tourist destination for anyone interested in birds, nature, and wildlife photography. It is a beautiful and serene sanctuary that offers visitors a unique and unforgettable experience.